जिंदगी में इंसान उस वक्त बहुत टूट जाता है, “हम अपनी जान के दुश्मन को अपनी जान कहते हैं पाकिस्तान के अग्रणी आधुनिक शायरों में से एक, अपने अपारम्परिक अंदाज़ के लिए मशहूर। आह-ओ-ज़ारी ज़िंदगी है बे-क़रारी ज़िंदगी मेरे कमरे में किताबों के सिवा कुछ भी नहीं आप खुद ही https://youtu.be/Lug0ffByUck