गोरोचन की सहायता से इस यंत्र को भोजपत्र पर लिखें और शहद से भरे हुए पात्र में डाल दें. इसलिए जिसको आपके साथ उन बुरी एनर्जी को जोड़ना होता है वह आपकी इन चीज का इस्तेमाल करता है. हे गौरी शंकरार्धांगिं! यथा त्वं शंकरप्रिया। ‘‘ऊँ क्रीं वांछितं मे वशमानय स्वाहा।’’ https://tantramantraaurvigyaan.com/world-famous-aghori-baba-in-india/